हैलो, हैलो रामबाबू सिंह। जी को। जी नमस्कार सर प्रशांत किशोर जी की टीम से बात कर रहे है सर। बोलिये, सर। आपने हमारी ब्लॉक कमिटी की मीटिंग अटेंड की थी सर ना तो हाँ बोलिए। मैडम आपका पंचायत कौन सा पड़ता है सर? क्या बात है? सर, थोड़ी देर आपके बारे में सिर्फ जानकारी चाहिए थी सर जैसे आप ब्लॉक कमिटी की मीटिंग। तो मैं परेशान किशोर, हम लोग का बात है तुम्हारा कौन बात सुनेगा? क्या हो गया सर? अरे हम लोग कंप्लेन किया था, सहारा का मेन प्रॉब्लम था वो, हम लोगों को गेट आउट कर दिया तो हम तुम्हारा बात क्यों सुनेंगे? क्या काटो? थोड़ा विस्तार से बताएंगे। सर क्या हुआ था सर? अब, अरे, हम लोग का बात सुनने से इनकार कर दिया। अच्छा क्या आप की बातें क्या थी सर? हम लोग बात ही थी की क्या पर हम लोग देने गए थे।
इस प्रॉब्लम को सुझाव देने गए थे की भाई इस मुद्दा को उठाइए और एमपी सांसद, एमपी, विधायक सबको ही उठा रहे हैं। आप भी इस मुददे को जो है की आगे बढ़ाइए। दूसरा क्या? था। अच्छा मुद्दा क्या था सर? पेमेंट का मुद्दा था। अच्छा किस किस पेमेंट का सर किस चीज़ का पेमेंट? अरे, सारा इंडिया का जमाकर्ता का पेमेंट का मुद्दा है। अच्छा। अच्छा जी तो क्या? बोला मैं शांति ने 2012 से मुद्दा फंसा हुआ है। हाँ हाँ सर ये तो नहीं हो रहा है। प्रशासन नेता, एमपी विधायक कोई सुनने को तैयार नहीं है। सबूत है सब उससे पैसा खाया हुआ है, सब उससे कमिशन लेता है। हाँ हाँ, हाँ, सर, तो आप आपने जो ज्ञापन दिया था, जब प्रशांत जी की यात्रा आई थी तो क्या हुआ था उसमें? प्रशासन प्रशांत किशोर जी लेने से इनकार कर दिया। कहा कि हम आप को बुलवाने गए थे की आप आये है हमारे मीटिंग में तो हमने हम लोगों ने कहा की आप को बुलवाने गया था की आप मधुबन में गिरा दिया। तो आप बात नहीं करना चाहते हैं सर, हम? ये वो सब छोटा आदमी सब है, वो सब से बात नहीं करते है। अच्छा अच्छा। ठीक है सर वो सब बिकाऊ में पैसा है वो सब नेता से बात नहीं करते है ठीक। ठीक ठीक। है। ठीक है, जब हमारा जो हमारा प्रो। मैं नहीं सुनूंगा, तो उसका प्रॉब्लम कौन सुनेगा? नहीं नहीं, नहीं, सही बात है।
हम जो प्रस्ताव रखे हम हम आपका बात सुने हैं आपका हम हम जो है कि संस्थापक सदस्य बनें या आप हमारा बात नहीं सुनियेगा नहीं नहीं। सुनते नहीं है। बस तो हम उस मीटिंग में क्या हुआ था? जहाँ भी हम गए लोग बोलते हैं, अपनी बातें रखते हैं। जो पदयात्रा होती है उसमें प्रसादी। सुनते हैं। पूजा जॉन स्वराज का मतलब क्या होता है? जनता का दुख सुख जानना आसान ना उसा दुख सुनना। बिल्कुल, बिल्कुल। बिल्कुल अरे वो नहीं कुछ करते हैं हमारा ज्ञापन लेते, कुछ भरोसा देते आपने कराया है की हमारा छो राज्य में जो है कि हम सरकार बनाएं हैं, मंत्री बनाया है, मुख्यमंत्री बनाया है, वो मदद कर रहा है तो आप वहाँ नहीं पहुंचा सकते हैं, आपका बात वहाँ नहीं चलेगा।
बिलकुल सर। बिलकुल तो आप हमारा बात सुनो, ऐसा मतलब आप कमिशन खाये हुए हैं, उससे आपको पैसा दिए हुआ है इसलिए सारा इंडिया का बारे में आप नहीं कुछ बोल सकते हैं। नहीं, नहीं, ऐसी बात तो नहीं है, सर अब पता नहीं हमें तो। पता ही बात है अभी तो आपको मोबाइल पर सोशल मीडिया पर जो चल रहा है आपको आपको राहुल गाँधी भी उछालने हुए हैं, केजरीवाल भी उछाल रहे हैं। मोदी जी भी लिए हुए मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री भी लिए हुए हैं। यहाँ बिहार का जो है आपको पटना का जो है, डीएम जो आएगी शशिभूषण जो है वो भी गुस्सा आया हुआ है। जो की 500 पर एफआईआर किया है। बट 10 आपका पैसा घुस खाता है, सब कमिशन खाता है। ठीक है सर, आप बात नहीं करना चाहेंगे सर कोई? बात नहीं रहता सर हम लोग बात नहीं करेंगे। धन्यवाद सर, थैंक। यू धन्यवाद।